समुदायिक अनुसंधान




अनुवाद:

Català
中文 / Zhōngwén
Deutsch
English
Español
Filipino/Tagalog
Français
Ελληνικά / Elliniká
हिन्दी / Hindī
Italiano
Polszczyzna
Português
Română

                                        

अन्य पृष:

मॉड्यूल

साइट मानचित्र

संकेत शब्द

संपर्क

उपयोगिता दस्तावेज़

उपयोगिता लिंक


विषय वस्तु :

विषय वस्तु :

विषय वस्तु :


आंतरिक समुदायिक संसाधनो का सर्वेक्षण

हमे क्या उपलब्ध है?

के द्वारा फिल बार्टले, पीएच.डी.

अनुवादक - मितेष टान्क


प्रशिक्षण पर्चा

समुदाय अधिकारिता के लिए संसाधन प्राप्त करना

धन एक साधन है| धन का मतलब हमेशा पैसे नही होता। देखिए "धन", (कोई भी चिज जो दुर्लभ है और उपयोगी है)|

धन विकास के लिए अनिवार्य है। इसलिए धन का निवेश समुदाय के तरक्की के लिए, उसके सशक्तिकरण के लिए और गरीबी घटाने के लिए करना चाहिए। अगर धन को प्राप्त करके समुदायिक परियोजना के लिए इस्तमल कर सकते है तो वह संसाधन का रूप ले लेता है।

बाद में, भागीदारी समीक्षाके तहद आप समुदाय को आंतरिक संसाधनो को पहचाने और कैसे उसका उपयोग करने मे मार्गदर्शन देने वाले हो।

अच्छी तरह से मार्गदर्शन देने के लिए आपको पहले जितना हो सके उतना इन संसाधनो से परिचित होना चाहिए। आपको यह बात भी ध्यान मे रखनी चाहिए कि समुदाय के लोग जानबूझकर या फिर अन्जाने मे उपलब्ध अथवा सम्भवत: संसाधनो को छुपा सकते है।

नेताओं और आयोजकों :

नेताओं और आयोजकों सम्भवतः समुदाय के सबसे महत्वपूर्ण संसाधन है। इस मे आप उन लोगो को भि शामिल कर सकते है जो आप को अवलोकन के हिसाब से आगे जाकर नेता बन सकते है, भले हि वह अभी किसी नेतृत्व अथवा आयोजन की गतिविधिऔ मे भाग ना ले रहे हो। देखिए नेतृत्व.

यदि वहाँ अन्य कोई संसाधन उपलब्ध है तो, यही नेताओं और आयोजकों समुदाय को उसे पहचानने और उपयोग करने मे सहायता करेन्गे। भले ही इन्हे पहचानना समुदाय मे आने के बाद आपका प्रथम कार्य होगा (या आने से पहले), लेकिन अन्त तक आपको इन लोगो की तलाश जारी रखनी चाहिए।

साथ साथ काम करना:

समुदाय के सदस्य की साथ साथ काम करने कि क्षमता भी समुदाय का महत्वपूर्ण गैर-आर्थिक संसाधन है। देखिए एकता संगठित करना.

हर समुदाय मे इस प्रकार की सहमति प्राप्त करना कठिन होता है और कई बार दलीय असहमति उत्पन्न हो जाती है। आप समुदाय मे अपने मित्रो से पिछली घटी हुइ दलीय असहमति के बारे मे पूछ सकते हो। और समुदायिक कार्यक्रमो मे सदस्यो के बीच सहयोग के कोइ उदाहरण की भी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।

कितने हद तक समुदाय मे एकता रखी जा सकती है और सहयोग करने के लिए लोग कितने तत्पर है वह शायद किसी भी कुशल समाज शास्त्रीय सर्वेक्षण से पता नही लगाया जा सकता। और यह करना जरूरी भी नही है। समुदाय के ईतिहास मे देख कर और समुदाय मे अपने निकटी लोगो से प्राप्त जानकारी से इसका अन्दाजा लगाया जा सकता है।

बल और कमजोरीयाँ का मूल्यांकन :

आपके अनुसंधान में बल और कमजोरीयाँ दोनों का अन्दाजा लगाना महत्वपूर्ण है, किसी एक से काम नही चलेगा।

समुदाय की कौन सी विशेषताए आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की परियोजनो प्रारम्भ और सम्पन्न करने मे मदद कर सकता है और कौन सी उसमे बाधा डाल सकता है?

यहाँ नकारात्मक और सकारात्मक विशेषताओं को विभाजित करना फायदेमन्द रहेगा। आप इन विशेषताओं को संस्कृति और समाज के छः आयामों मे वर्गीकरण कर सकते है और यह आपके अवलोकन को और विश्लेषण को संगठित करने मे आपकी सहायता करेगा।

सांप्रदायिक श्रम और श्रमदान:

यह भी एक महत्वपूर्ण संसाधन है जिस मे समुदाय के सदस्यो द्वारा श्रमदान शामिल होता है।

पारम्परिक खेती करने वाले समुदाय मे स्थानिक परिषद के कहने पर निवासियों के समूह द्वारा दिया गया श्रमदान शामिल किया जा सकता है। ऎसा श्रमदान शहरी इलाको मे मिलना मुश्किल है।

समुदायिक परियोजनऔ का आयोजन और प्रबंधन करना भी एक प्रकार का श्रमदान है। कार्यकारी समिति अथवा कार्यान्वयन समिति के सदस्य इस पर उनकी कार्येशक्ति और समय व्यय करते हैं|

किसी योजना मे समुदायिक योगदान गिनने मे (खासकर जब किसी दाता के पैसो से योजना चल रही हो), श्रमदान का मूल्य आप बाजार की किमत से पता कर सकते हो। समुदाय के संसाधनो का अन्दाजा लगाते वक्त आप को श्रमदान का भी अन्दाजा लगाना पडेगा और उसे भिन्न किस्मो और कार्यो मे विभाजित करना होगा\

कुशल निवासियों:

समुदायिक संसाधन के सर्वेक्षण में, आपको उपयोगी क्षमताएं वाले व्यक्तियों की सूची बनानी चाहिए जो किसी परियोजना मे काम आ सकती है।

उनमे आप कुशल कारीगरों को भी शामिल करेन्गे जो बाजार के दाम के अनुरूप मज़दूरी भुगतान के उम्मीद कर सकते है। इसमे आप प्रशिक्षित लेकिन बिन-अनुभवी नौजवानो को भी शामिल करेन्गे जिन्हे अनुभव की जरूरत है। इसमे आप सेवानिवृत्त विशेषज्ञों को भी शामिल करेन्गे जो अपने बहूमूल्य परामर्श और मार्गदर्शन दे सकते है।

यदि वे संतोषजनक पेंशनें प्राप्त करते है, वे सम्भवतः समुदाय को उनके कुशल श्रमदान भी दे सकते है।

आपको सारे तरीको की क्षमता के लिये देखना चाहिए, जिस मे टाइपिन्ग, हिसाब करने वाला, व्यापारी (राजगीरों , बढ़ई , लुहारों), अध्यापक और स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल होते है।

आर्थिक संसाधन:

आर्थिक संसाधनो को भूमि , श्रम और पूँजी के रुप में विभाजित किया जाता हैं| देखिए धन|यह एक उपयोगी वर्गीकरण है जो आपको परियोजना के लिये संसाधनो की सूची बनाने मे मदद कर सकता है।

कोई अपनी जमीन किराये पर दे सकता है या थोडी जमीन क्लिनिक बनाने के लिये दे सकता है या समुदाय का सम्मेलन की जगह के लिये दे सकता है। (हो सकता है कि समुदाय के कार्य के बाद मालिक अपनी जमीन वापस मान्ग सकता है)। श्रमदान (दान या बशर्ते शुल्क के लिए) पर हम पहले ही चर्चा कर चूके है।

पूँजी माने ऎसी कोई चिज जो सीधे तो इस्तमाल नही कि जा सकती लेकिन आगे जाकर उत्पादन मे काम आ सकती है। ईसलिए यह ज्यादातर यह उपकरणो के बारे मे होता है। (देखिए प्रोद्योगिक आयाम इमारत जिसमें बैठक अथवा समुदाय का कोई सन्गथन हो, उसमे भूमि और पूँजी ईक्ठा होते है। आपके टिप्पणियॉ मे पहचाने गये संसाधन मे से कौन कौन से दान किये जा सकते है, बाजार के दाम पर प्रदान किये जा सकते है या बाजार से सस्ते दामो मे प्रदान किये जा सकते है, उसका, उल्लेख करना चाहिये।

समय और प्रयास:

समुदाय की बैथके मे भाग लेने मे समय और शक्ति का व्यय होता है। कुछ सदस्य, जो निर्वाह स्तर के करीब होते है, वह इसमे भाग ना ले सके क्यौकि शायद वह लोग अपना सारा समय और शक्ति जीवन निर्वाह मे लग जाता है। आपको यह देखना चाहिए कि उन लोगो के पास फुरसत होती है या नही।

रोपने वाला और फसल एकत्र करने वाले मौसम के दौरान लोगो के पास समय या शक्ति नही बचती। शहरी समुदाय मे और गाव मे जो नौकरी करते है उनके काम के घन्टे निर्धारित होते है और वह मात्र शनिवार या रविवार या शाम को उपलब्ध हो सकते है। छुट्टी के दिन अलग अलग धर्मो के लिए अलग होते है, जैसे की मुस्लीमो के लिये शुक्रवार, ईसाइऔ के लिये रविवार इत्यादि और मंगलवार पश्चिम अफ्ऱिका के सीमा पर महासागर के मच्छीमारो के लिये। आपको यह सब पता करना चाहिए।

नकद:

भले ही समुदाय कितने भी गैर-आर्थिक संसाधन ईक्ठा कर ले, हमेशा नकद पैसो की जरूरत होती है। आपको समुदाय कितना पैसा ईक्ठा कर सकती है उसका अन्दाजा होना चाहिए।

यह नकद फसल की खेती करने वाले किसान समुदाय मे ज्यादा होगा। उसी तरह किसान समुदाय जो खाद्य फ़सल की खेती करती है, उस मे नकद की कमी हो सकती है। ग्रामीण इलाको के मुकाबले शहरी इलाको मे पैसे ज्यादा आसानी से ईक्ठा हो सकते है। जिस भी इलाके मे निवासियों नौकरी या व्यापार करने वाले होते है, उस मे यह सुलभता से धन दान कर सकते है।

याद रखे कि किसी के पास कितना पैसा है वह निजी विषय है और लोग अपने पास कम नकद है वह जताने की कोशिश करेन्गे। आप को किसी भी तरह लोगो के पास धन का अन्दाजा लगाना होगा, क्योकि इसमे लोगो की बातो पर ज्यादा भरोसा नही किया जा सकता। बाहर से दान की उम्मीद मे लोग अपना धन छुपाने की कोशिश कर सकते है।

लिपिबद्ध करना और प्रस्तुत करना :

अगर आप ज़िला अथवा क्षेत्रीय संघटन प्रक्रिया मे शामिल हो, तो समुदाय के सम्भवत: संसाधन को लिपिबद्ध करना बेहद जरूरी है। यह सारी जानकारी प्रबंधक अथवा समन्वयक के सामने प्रस्तुत करना होगा।

आपको अपनी टिप्पणियॉ ऎसे लिखनी चाहिए की वह आपके उत्तराधिकारी के लिये हो , भले हि यह काफ़ि सालो बाद कि बात हो।

आपके अनुसंधान से काफ़ी महत्त्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है, और इसे इस तरह से सम्भाल कर रखना चाहिए की सही वक्त पर उसे शीघ्रतापूर्वक प्राप्त किया जा सके। यानि इसे MIS (सूचना प्रबंधन प्रणाली) मे रखना होगा।

––»«––

कार्यशाला:


कार्यशाला

© कॉपीराइट १९६७, १९८७, २००७ फिल बार्टले
वेबडिजाईनर लुर्ड्स सदा
––»«––
आखरी अपडेट: १५.०८.२०११

 मुख्य पृष्ठ

 समुदाय अनुसंधान