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कहावते

संग्रह सूची

फिल बार्टले

कोमल पटेल द्वारा अनुवाद

सी एस एस रूपांतरण वाई किंग लुंग मेथ्थू द्वारा

सन्दर्भ

यह कहावते वोह है जो समाजशास्त्र के मुख्य पृष्ठ के बीच वाले डब्बे में लिखे गए है. .  यह कहावतो का यहाँ पर लिखने का मतलब यह नहीं है की हम सारे विचारों से समर्थ है.   वे कई उपलब्ध कहावतो से चुने गये है. अक्सर वे एक व्याख्यान के विषय के लिए एक सहायक के रूप में इस्तेमाल किये गये थे.   जैसे समाजशास्त्र के पृष्ठ पर दिखाई देंगे वैसे ही इन कहावतो को इस संग्रह के ऊपर जोड़ दिए जायेंगे.

"हम रंगीन खड़िया (क्रेयान) से बहुत कुछ सीख सकते है, कुछ तेज हैं, कुछ सुन्दर है और कुछ फीके हैं, कुछ के अजीब नाम है. सब अलग अलग रंग हैं, लेकिन वे सभी को एक ही डब्बे में रहना पड़ता है."
अनाम

"बहुत लोग सफलता सिर्फ इसलिए प्राप्त करते है क्यूंकि वोह लोग बहुत बार प्रयास करके भी हारे है.   अगर उन्होंने ज़िन्दगी में कभी हार नहीं देखि होती तो शायद महान जीत भी कभी नहीं हासिल होती."
ओरिसोन स्वीट मार्डेन  

"मैंने अपने व्यवसाय में ९००० से भी ज्यादा निशाने चुके है. करीबन ३०० खेल हारे है.   २६ बार मुझ पर खेल जीताने वाला आखरी निशाना लगाने का भरोसा किया गया था और मैंने वोह भी चुके है. मैंने ज़िन्दगी में बार बार हार देखि है और इसीलिए में सफल हुआ हूँ."
 माइकल जोरदोंन  

"अवसर दुर्भाग्य या अस्थायी हार के भेस में आता है."
नेपोलीओंन हिल  

"सुनहरा अवसर जो आप ढूंड रहे हो वोह आप के अन्दर है. वोह आपके वातावरण में नहीं है, वोह आपके नसीब या मौके पर, या किसीकी मदद में नहीं है, वोह आपके अन्दर है."
ओरिसोन स्वीट मार्डेन

"प्रेम कर्तव्य से बेहतर शासक है."
आल्बर्ट आइन्स्टाइन

"आप सकारात्मक अभिनय करके अपना रास्ता नहीं सोच सकते हैं, लेकिन आप सकारात्मक सोचकर कार्य कर सकते हैं"
नीड़ो क्युबें

आप को जैसा परिवर्तन चाहिए ऐसे ही आप कृति करिए और जल्दी ही आप अपने कार्य के जैसे बन जायेंगे
जीओर्ज व. क्रेन

"चीजें बदल जायेगी ऐसी बेवक़ूफ़ तम्मनाए रखना बंद करो. हमें जो चाहिए वोह हमारे पास क्यूँ नहीं है यह समझाने में अपना समय और भावनात्मक और आध्यात्मिक ऊर्जा बर्बाद करने के बदले हम इसे पाने के लिए अन्य तरीके अपनाना शुरू कर सकते हैं."
ग्रेग एन्देरसों

ज़िन्दगी जीने के सिर्फ दो तरीके है. एक की यह मान के जीना के ज़िन्दगी में कोई चीज चमत्कार नहीं है.. दूसरा यह की हर चीज़ चमत्कार है.
आल्बर्ट आइन्स्टाइन

यह अपरिहार्य है कि कुछ हार सबसे विजयी जीवन में भी प्रवेश करेगी.   मनुष्य की आत्मा हार से कभी समाप्त नहीं होती - यह आत्मसमर्पण से समाप्त होती है
बेन स्टेंन

मनुष्य जितना ज्यादा जानता है, उतना ज्यादा वह माफ़ करता है.
कोन्फ़ुसिअस

मैंने यह सीखा है की आज जो भी हो या कितना बुरा लगे, ज़िन्दगी चलती रहेगी और कल हमेशा बेहतर होगा.
माया एन्ग्लौ

विपुल ज़िन्दगी उन्हें नहीं मिलती जिनकी ज़िन्दगी की बाधाएं दुसरे लोगों ने हटायी हो. वोह तो अपने अंदर से विकसित होती है और मजबूत मानसिक और नैतिक तार पर आधारित होती है.
विलियम माथेर लुईस

"इम्तिहान, लालच, निराशा. यह सब बाधाऐ नहीं है पर यह हमे मदद करता है अगर हम इसका ठीक से उपयोग करे तो. वे केवल हमारे चरित्र के धागों का परिक्षण ही नहीं करता पर साथ में उसे मजबूत भी बनाता है. हर एक लोभ पर जीत पाने पर एक नयी नैतिक उर्जा की पूंजी मिलती है. हर इम्तिहान का सही भावना से सामना करने पर हमारी आत्मा पहले से ज्यादा महान और मजबूत बनती है. "
जेम्स बकहम

"दुर्भाग्य आदमी के कौशल को प्रकाश में लाता है जो समृद्ध परिस्थितियों में अक्सर निष्क्रिय पड़े रहता है"
होरस

"कामयाबी का पहला कदम तभी लिया जाता है जब आप आपके पर्यावरण के बंदी बन कर रहने से इनकार करते हो"
मार्क कैन

"अगर शर्दी का मौसम नहीं होता तो हमे बसंत रुतु कभी इतनी मनोहर नही लगती. अगर हमे कभी दुर्भाग्य का स्वाद नही मिलता तो हमे समृद्धि कभी इतनी इच्छित नही लगती."
चारलोट ब्रोंटे

"मनुष्य की बनावट कुछ ऐसे की गयी है की जब भी उसके आत्मा में आग लगती है, असंभवता नष्ट हो जाती है"
जें दे ला फोंटैने

"आप बंध मुठ्ठी से कभी हाथ नहीं मिला सकते "
इंदिरा गाँधी

"जैसे ही आप अपने आप पर भरोसा करेंगे, आपको जीना आ जाएगा"
गोएथे

एक महीने में आप लोगों में रूचि दिखा कर कई ज्यादा दोस्त बना सकते है जो आप दस साल उन लोंगों को अपने में रूचि रखने के प्रयास करने पर भी नही बना सकते.
चार्ल्स एलन

""जब आप गुस्से में हो तब आप एक भाषण देकर देखो, शायद वोह आपका सबसे अच्छा भाषण होगा लेकिन हमेशा उसके लिए पछताओगे"
लारेंनस ज. पीटर

"समिति उन लोगों का समूह है जिसमे व्यक्तिगत लोग कुछ भी नहीं करते है लेकिन एक साथ मिलके भी येही तय करते है की कुछ भी नहीं किया जा सकता है"
फ्रेड अल्लेन

"राजनीति दुनिया का दूसरा सबसे पुराने व्यवसाय माना जाता है. मुझे एहसास हुआ है कि यह पहले वाले से बहुत करीबी मेल खाता है." 
रोनाल्ड रेगन

"माओ, कास्त्रो और चे ग्वेरा के उद्धरण... वोह हमारे उच्च प्रौद्योगिकी, कम्प्यूटरीकृत समाज से इतने ही सार्थक है जितने कैनेडी हवाई अड्डे के रनवे पर एक किराये पर चलनेवाली गाड़ी."
सुल अलिंस्क्य

"कोई आपकी सहमति के बिना आपको हीन महसूस नहीं करा सकता."
एलीआनोर रूज़वेल्ट

सदा के लिए सिर्फ बदलाव रहता है.
हेराक्लितुस

एक सच्चाई अपने जूते पहनना ख़तम भी नहीं करती तब तक एक झूठ आधी दुनिया सफ़र कर लेती है.
मार्क ट्वैन

"पुस्तके जो दुनिया को अनैतिक बुलाती है वोह हकीकत में दुनिया को अपनी शर्म की बात दिखाते हैं."
ओस्कार विल्दे

"भगवान, हमें विनीत भाव दो जिससे हम जो चीज़े नहीं बदली जा सकती उसे शांति से स्वीकार करे, हमे साहस दो जिस से जो चीज़े बदलनी चाहिए उसे हम परिवर्तित कर सके, और इतनी सदबुद्धी दो की हम इनके बीच का भेद परख सके. "
रेंनहोल्ड निएबुह्र, ढ सेरेनिटी प्रेयर (१९३४)

"विज्ञान में यह अक्सर वैज्ञानिको को कहते सुना है की "यह सच में अच्छा तर्क है और मेरी स्थिति गलत है,' और वे वास्तव में उनके दिमाग को बदल लेते है और उन लोगों से आप कभीभी पुराने दृश्य फिर से नहीं सुनंगे. यह सच में होता है. यह फिर भी इतना अक्सर नहीं होता जितना होना चाहिए क्यूंकि आख़िरकार वैज्ञानिक भी मानव हैं और परिवर्तन कभी कभी दर्दभरा होता है. लेकिन यह हर दिन होता है. मुझे याद नहीं है की यह राजनीति या धर्म में पिछली बार ऐसा कुछ कभी हुआ था."
कार्ल सगन (१९८७)

"धार्मिक लोगों का अध्ययन उतना ही भगवान के अस्तित्व पर निर्भर करता है जितना की एक बास्केटबॉल टीम के अध्ययन के लिए "भाग्य" का अस्तित्व गुप्तांग-अवलंब में होता है "
रोदेरिक स्कोबी (२००४)

"सीखना अनिवार्य नहीं है ...अस्तित्व भी नहीं है."
व. एडवर्ड्स डेमिंग (१९०० - १९९३)

"करो" या "ना करो", कोशिश जैसा कुछ नहीं होता.
योडा ('द एम्पायर स्ट्राइकस बेक' अंग्रेजी चलचित्र)

"तथ्य सत्य के दुश्मन हैं."
दोन कुइक्सोते ला मनचा का आदमी"

"शिक्षा का कार्य कभी भी आदमी को उसके मन की भावना से मुक्त करना नहीं है बल्कि उन्हें साथ बाँधना है, और यह निश्चित करना है कि अपने बच्चों के मन और भावना कभी भी साथ न छोड़े. मानव - जाति ने प्रशंसा, उपहास, चेतावनी, आरोप, विकृति, और यहां तक ​​कि यातना का प्रयोग उन्हें संस्कृति के स्वरूप से बांध रख ने के लिए किया है ... जहा हर आदमी अगर अलग है तो वहा पर समाज नहीं बन सकता है और जहा समाज नहीं है वहा पर मानव नहीं है. समकालीन अमेरिकी शिक्षक सोचते है की उन्हें रचनात्मक बच्चे चाहिए लेकिन यह खुला सवाल है की यह बच्चो से किस चीज़ की रचना करने की उपेक्षा रखते है. और निश्चित ही शिक्षा कक्षों में .. बालविभाग से लेकर महाविध्यलायो के वर्गों में भी कोई रचनात्मक कार्य और विचार का घडिया नहीं है. यह साबित करना बाकी है की अगर जवान लोग सच में रचनात्मक होते तो क्या संस्कृति क्या बिखर पड़ती? मौलिकता व्याख्या के अनुसार वोह है जो दिया गया हो उससे अलग है और जो दिया गया है वोह कुछ और नहीं पर संस्कृति खुद है. बालविभाग के अनंत करुणाजनक "रचनात्मक घंटे" से लेकर समाजशास्त्र और नृविज्ञान के सूक्ष्म समस्याए, शिक्षा का कार्य ही रचनात्मक बुद्धि का नियंत्रण करना है ताकि वोह हाथ से न निकल जाए."
जुल्स हेनरी, कल्चर अगेंस्ट मेंन ( संस्कृति विरुध मानव)"

ईसाई का मानना ​​है कि शादी के बाहर सभी संभोग अनैतिक है, जैसे हमने ऊपर वाले सैंट पॉल की लिखाई में देखा, यह मानना ​​है कि शादी के भीतर के सभी संभोग अफसोस की बात है. इस तरह का दृश्य, जो जैविक तथ्यों के खिलाफ जाता है, केवल समझदार लोग के हिसाब से ही एक रोगी विपथन माना जा सकता है. तथ्य यह है कि यह विचार ईसाई नैतिकता से जुड़े हुए है और अपने पूरे इतिहास में इसाई धर्म को एक शक्ति बना दिया है जो मानसिक विकारों और जीवन के अस्वास्थ्यकर विचारों की दिशा में ईंधन देता है.
बरट्रांड रुस्सेल्ल

"तुम्हारे लिए मेरी एक ही सलाह है की तुम शादी कर लो. यदि आप को एक अच्छी पत्नी मिलेगी तो तुम खुश रहोगे , यदि नहीं, तो आप एक दार्शनिक हो जाओगे."
"सोक्रेटेस (४७० -३९९ B.C. )

"सामाजिक जीवन एक दोगुना स्रोत से आता है, विवेक की समानता और सामाजिक श्रम का विभाजन."
एमिले दुर्खेइम, १९३३, p.२२६

"एक तीक्ष्ण कह से कुछ भी नहीं साबित होता है."
वोल्तैरे (१६९४ -१७७८)

"आप केवल तर्क के साथ सिर्फ तभी सच खोज सकते है जब आपने पहले तर्क के बिना सत्य पाया हो. "
गिल्बर्ट कीथ चेस्तेर्तों (१८७४ -१९३६)

"जब आप एक असामान्य तरीके से जीवन में आम काम करते हैं, आप दुनिया का ध्यान जीत ते है."
ग्योर्ज वाशिंगटन कार्वर (१८६४ -१९४३)

जब किसी भी सरकार ...अपने विषयों के लिए कहना चलाती है, "यह आप पढ़ नहीं सकते, यह आप देख नहीं सकते, यह आप को पता मना कर रहे हैं" अंत परिणाम अत्याचार और दमन ही होता है चाहे कितने ही पवित्र उद्देश्य हो.   बहुत कम ताकत चाहिए एक अंधे (खुद से अपने आँखों पर पट्टी बानधने वाले) आदमी को संयम में लाने में जब की कितनी भी ताकत कम है एक आज़ाद आदमी को संयम में लाने में. आज़ाद आदमी वोह है जो अपने विचारों में आज़ाद है.   नहीं, रैक, नहीं विखंडन बम, कुछ भी नहीं ─ ─ आप एक आजाद आदमी नहीं जीत सकते हैं, आप उसे मार सकते है लेकिन जीत नहीं सकते."
रोबेर्ट अ. हैंलन अगर यह चलता रहा तो

जो आदमी अच्छी किताबें नहीं पढता वोह अनपढ़ आदमी से ज्यादा लाभदाई नहीं है.
मार्क ट्वैन (१८३५-१९१०)

क्या आप जानते हो की एक लड़का मेरे गणीत कक्षा में असफल हुआ था? और कुछ ही साल के बाद वोह एक कॉलेज में पढ़ा रहा है?   अब में आप से यह पूछता हूँ: क्या आपने कभी इससे ज्यादा एक शिक्षा प्रणाली के लाचारात्मक कलंक के बारे में सुना है? [ रुक कर अपनी बीडी जलाते है]   लम्बे भागाकर करने की काबिलियत नहीं, पर कोई बात नहीं. यह वही है जिसे लोग परिमाणु का विभाजन करने के लिए कहते है.   कैसे उसने अपनी बातों से नोबेल पुरस्कार प्राप्त कर लिया यह मेरी समझ के बाहर है.   "...पर फिर, शायद जैसे किसी ने कहा है, " आप क्या जानते हो वोह महत्व नहीं है ..."
कार्ल आर्बिटर: आल्बर्ट आइन्स्टीन के एक शिक्षक

"राजधानी सजा अपराध के लिए इलाज इतना ही मौलिक रूप से गलत है जितना की गरीबी के लिए दान एक गलत इलाज है"
हेनरी फोर्ड

तुमने अब तक क्या किया है वोह आप आगे क्या करने वाले है उसकी राय बन जाती है, विशेष रूप से अन्य लोगों के मन में. जब आप यात्रा कर रहे हैं, तो आप वही है जो उस समय पर है. लोगों के पास आपका अतीत नहीं आपको दोषी ठहराने के लिए. रास्तों पर कोई भी कल का साया नहीं है."
"विलीआम लीस्ट हीट मून ब्लू हाईवेस

"मुझे लगता है कि मैं जितना कठिन काम करता हूँ उतना ही अधिक भाग्य मेरे साथ रहता है."
थोमस जेफ्फेरसोंन (१७४३ -१८२६)

"अगर मैंने लोगों से आगे दूर तक देखा है तो उसका कारण सिर्फ यह है की में विशाल लोगों के कंधो पर खड़ा रह कर देख रहा था"
इसाक न्यूटन

"खुद की इच्छा से जीना स्वार्थीपन नहीं है, दूसरों को अपनी इच्छा के अनुसार जीने के लिए मजबूर करना स्वार्थीपन है"
ओस्कार वाईल्ड

"आप सिर्फ एक सदय शब्द के प्रयोग से अधिक ज्यादा एक सदय शब्द के साथ बंदूक का प्रयोग करने पर प्राप्त कर सकते है."
अल कपोन (१८९९ -१९४७)

यह ध्यान देने योग्य बात है कि 'परिवार' शब्द का मतलब का मूल था गुलामों का समूह. यह शब्द के रक्त और शादी के सम्बन्ध से जुड़े लोगों के लिए प्रयोग होने के बाद भी बहुत से सदियों तक यह शब्द प्यार के सम्बन्ध के बजाय सत्ता संबंधो का संकेत कर रहा था. ऐतिहासिक और कार्यात्मक तरीके से परिवारिक जीवन में भावुकता और महिलाऔ का पोषण प्रतिस्पर्धी व्यक्तिवाद और पुरुषों के लिए औपचारिक समतावाद के उद्भव से जुडा था.
स्टेफनी कुन्त्ज़, थे वे वी नेवर वेरे , पप . ४३-४४

एक परिमित अंतरिक्ष के भीतर एक महत्वपूर्ण बिंदु के बाद, स्वतंत्रता कम होती है जैसे संख्या में वृद्धि होती है ... मानव प्रश्न यह नहीं है की कितने लोगो का ऐसी समस्या में जीवित रहना संभव है, प्रश्न यह है की जो जीवित रहेते है उनका किस प्रकार का अस्तित्व संभव है.
फ्रेंक हेर्बेर्ट, दून

"वास्तविकता केवल एक भ्रम है, एक बहुत ही हठीला भ्रम"
अल्बर्ट आईंस्टाइन (१८७९ -१९५५)

"यदि एक मछली एक मानवविज्ञानी होती तो सबसे अंतिम आविष्कार पानी का होता."

"तर्क तर्कशास्त्री की आंख में है""
ग्लोरिया स्तेनेम

"इसे ही सीखना कहते है.   "इसे ही सीखना कहते है. आपको अचानक एक नए तरीके से कुछ समझ आता है जिसे आप अपनी पूरी ज़िन्दगी समझ चुके थे."
डोरिस लेस्सिंग

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© Copyright १९६७ , १९८७ , २००७ फिल बार्टले
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पिछला अद्यतन: 2012.02.24

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