जाओ
लोगो
के पास;
उन्के
साथ रहो;
उन्से
प्यार करो;
उन्से
सीखो;
वह
जहा है वहा से शुरू करो;
उन्के
साथ काम करो;
उन्के
पास जो है उसे आगे बढाओ.
मगर
सबसे अच्छे मर्गदर्शक वह है,
जो
कार्य सिद्ध होने पर,
कार्य
खत्म होने पर,
अपने
सहकारियो मे यह चेतना जगाये:
"यह
हमारा है इसे हमने खुद किया है"
लाओ त्स |