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एक कर्ण विधि सीखने के लिए
एक मौखिक भाषा

द्वारा फिल बार्टले, पीएचडी

अनुवाद अजय मान


क्या आप को एक समुदाय को सौंपा गया है जिसकी आप भाषा बोलते नहीं है?

1. तय करना सीखना के लिए:

यह करने के लिए पहली चीज़ तय करते हैं कि आप इस विधि का उपयोग करना चाहते हैं, और तब तीन महीने के लिए तकनीकों का पालन करें. विधि मुश्किल नहीं है, वास्तव में यह आश्चर्यजनक आसान है, लेकिन यह समाप्त करने के लिए दृढ़ निर्णय की आवश्यकता है.

निम्नलिखित नोट पढ़ें, और फिर आप तय करे इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं. यह तुम्हारा निर्णय है. अपनी विकल्प पसंद करें.

2. तीन महीने एक तरफ रख दे:

सब से अच्छा अवधि निरंतर नब्बे दिन है. आप को प्रति दिन पाँच से पंद्रह मिनट खर्च करने की जरूरत है, अधिमानतः दिन में केवल दो या तीन सत्र प्रत्येक दो से चार मिनट के खंड में. इस विधि का प्रयोग अपके अन्य कर्तव्यों या विश्राम का समय से अधिक समय नहीं लगेगा.

3. लक्ष्य प्रवाह है:

यह विधि आप की भाषा में धाराप्रवाह बनने के लिए मदद करेगी. "धाराप्रवाह" का अर्थ है कि आप भाषा में सोचने के लिए और काम कने मे सक्षम हो. इसका मतलब यह नहीं है कि आप के पास पहली बार मे बहुत बड़ी शब्दावली होगी, लेकिन, यह आपको उपकरण देगा कि आप भाषा के भीतर से अपनी शब्दावली का निर्माण करे, जैसा कि आपने आपकी पहली भाषा में किया था (और अभी भी कर रहे है ).

4. पहले से ही अपने दिमाग में स्थापित विधि शिक्षा पथ का प्रयोग करें:

यद्यपि आप अब एक शिशु नही रहे (उम्र जब तुमने बात करना सीखा था), आप सीखने के तरीकों का लाभ ले सकते जिसके द्वारा आपने अपनी पहली भाषा सीखी थी, उन मनोवैज्ञानिक चाल और कल्पना का लाभ ले सकते हैं. इस मनोवैज्ञानिक विधि की ख़ास बात यह है कि"जानने एक बच्चे की तरह बात करना सीखना."

5. आपकी पहली भाषा का स्मरण करे:

अब आप कैसे लाभ ले सकते हैं उन तरीको का जीन से आप ने बचपन मे सीखा कि कैसे बात करनी है?

जिस तरह से आपने बोलना सीखा कई मामलों में अलग था आपकी दूसरी भाषा सीखने से, खासकर अगर आपने स्कूल में दूसरी भाषा सीखी है. अभी तक हमारी मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र हमारी पहली भाषा सीखने के लिए एक निश्चित तरीके से तैयार हैं.यह अजीब है कि हमने दूसरी भाषा सीखने के लिए हमारे अंदर स्थापित विधि का लाभ नही लिये जिससे हमने अपनी पहले बोलना सीखी थी.

आप जांच करे प्रत्येक तत्व, कि कैसे अपने स्कूल में दूसरी भाषा सीखी थी. कितनी अच्छी तरह से आपने बोलना सीखा की विधि का लाभ उठाया? क्या आपने शब्दो को पहले लिखने सीखा बजाय की बोलना सीखने से? क्या आपने पहली एक बड़ी शब्दावली सीखी? क्या आपने इस बारे मे चिंता किया कि कितनी अच्छी तरह से आप प्रत्येक शब्द के उच्चारण किया बजाय कि पहले आप इसे कुछ चाहने के लिए इस्तेमाल करने के? क्या आप शब्दों का अर्थ याद किया जिन की आवश्यकता या उपयोग आपको तुरंत नहीं होगा? क्या आपने व्याकरण के औपचारिक नियमों को जाना उन के उपयोग करने से पहले? नहीं.

आपके स्कूल में दूसरी भाषा सीखने के लिए तरीका कितना दर्दनाक और उबाऊ था ? क्या आप दूसरी भाषा सीखना पसंद करेगे: बिना किताबें, पढ़ें, लिखे, व्याकरण के नियमों, लंबी सूची याद रखे, और परीक्षण? यह विधि अपकी इच्छाओं के लिए एक जवाब हो सकता है.

6. पहले की नकल:

आप समय में वापस नहीं जा सकते हैं, और नाहीं कभी आप एक या दो साल के फिर से होगा, तो आप ठीक तरह से बालना सीखने की नकल नहीं कर सकते हैं. जब आप नकल नहीं कर सकते हैं, हालांकि, आप की अनुकरण कर सकते हैं. यह प्रक्रिया मनोवैज्ञानिक सबूत का लाभ लेने कि अनुमति देता है जो दर्शाते है कि आप अपने जीवन में जो अनुभव किया है अनजाने में वह आपके दिमाग में कहीं एक संकेत के रूप संग्रहीत रहता है. कभी कभी यह सम्मोहन द्वारा ही स्मरण कर सकते है. आप याद करना चाहते है उस आंतरिक सीखने के तरीके को जो आप ने इस्तेमाल किया था जब आप पहली बार बोलना सीख रहे थे.

7. एक मनोवैज्ञानिक तरीका:

यह विधि उपयोग करती है अपके मस्तिष्क में स्थापित सीखने के मार्ग का जिनसे की आपने बोलना सीखा था और वापस उन्ही मार्ग का उपयोग कर के आप किसी अन्य भाषा को भी सीख सकते है. इस सीखने की क्षमता में एक मनोवैज्ञानिक आधार है हमारे आनुवंशिक बनावट जोकि लाखों वर्षों के चयन के साथ विकसित हुआ है जिसने आदिम मानव मे भाषा का विकास करने की क्षमता दियी.

8. आप को कुछ भूल जाना है:

आप को यह जान कर आश्चर्य हो सकता है कि जब आप बोलना सीख रहे थे तब आप क्या बोलना है के साथ साथ यह भी सीख रहे थे कि क्या नहीं बोलना है. जब आप के चारों ओर लोगों ने कुछ आवाज़ पर सकारात्मक जवाब दिया और कुछ पर नही दिया, स्वीकार्य आवाजे आपके मन में प्रबलित हो रही थी. आप क्या नहीं कहना है सीख रहे थे. एक बच्चे के रूप में आपकी सभी यादृच्छिक या प्रयोगात्मक आवाजो से, आपने सीखा कि कुछ आवाजे स्वीकार्य नहीं थे,या शायद उपयोगी नहीं थे. जब कि अब आप एक और भाषा सीखने वाले हैं, तो आप सीखेगे बातो को कहना या आवाजे बनाना जो आपने पहले सीखी नही है.

शुरू करने के लिए, यह आपकी मदद करेगा अगर आप समझ लेंगे कि आपको कुछ बंधनो को भूल जाना होगा (कुछ आवाजो के सामने) जो आपने पहले से सीख लिये है. यह एक रिकार्ड पर टीलो और खाइयो की तरह है. वह एक दूसरे के विपरीत छवि है, और रिकॉर्ड प्लेयर की सुई की चाल ऊपर और नीचे हो कर रूपांतरीत करती है टीलो और खाइयो के बदलाव को. जब से आप ने बोलना सीख है तब से आपने सीख कि कौनसी आवाज नही कहनी हैं, किसी अन्य भाषा सीखने के लिए,अब आपको पहले की ही तरह कौनसी आवाज नही कहनी है बोलना सीखना होगा.

9. उच्चारण, एक बच्चे के रूप में शुरू करे:

सीखना शुरू करे भुलाना कि कौन सी आवाजे नही कहनी है , शुरूवात करे मुँह से सभी प्रकार की आवाजे निकालने की. अब उन सब आवाजो जिनमे शामिल है वह आवाजे जो आपको अशिष्ट, अश्लील, विचित्र, या अप्रिय लगती ह.ै (सम्मिलित है डकार,चटाके, बुलबुले, चीख़ और घुरघुर).

10. आपने स्नान घर का उपयोग करें:

जब आप इस अभ्यास को शुरू करेंगे, आप शर्मिंदा महसूस कर सकते हैं. यह आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि आप ऐसा व्यवहार करेगे जोकि आपने (बच्चे के रूप में अनजाने और सहज ज्ञान द्वारा ) सीखा की अस्वीकार्य व्यवहार था. इस समस्या का समाधान है शुरुआत में, अकेले अभ्यास करे (उदाहरण के लिऐ स्नान घर में या पर एक एकान्त यात्रा ), जब तक आपको इस तरह लगता है कि आप अन्य व्यक्तियों को यह आवाजे सुनने की अनुमति दे सकते हैं.

11. हंसी की सामाजिक भाषाई भूमिका:

जब आप इन ध्वनियों को निकालते है, आपकी खिसियाने या हंसने की इच्छा हो सकती है. यह एक महत्वपूर्ण संकेतक है. समाजशास्त्रियों ने पाया है कि हंसी तनाव को कम करने के लिए एक सामाजिक व्यवहार है. अपका हँसनाना या खिसियानाना परेशानी को कम करने का एक उपाय है. यह एक सामाजिक सूचक भी है आपकी परेशानी को प्रत्यक्ष करना के लिए.

12. अजीब आवाज बनाने के प्रति अपक्षपाती बनें:

तो, अकेले अभ्यास करते रहे, जब तक आपको हँसने की जरूरत नही महसूस हो. फिर एक निकट और विश्वसनीय दोस्त के साथ अभ्यास करे, इसे जारी रखे जब तक आपको खिसियाने करने की जरूरत नही रहे. अंत में, आप इसे एक परिचित या सहकर्मी जो इतने करीब नहीं है और विश्वसनीय दोस्त के साथ कोशिश कर सकते हैं. आप को संभवता समझाना पडे कि आप यह आवाजे क्यों कर रहे हैं, क्योंकि अपके दोस्त को आश्चर्य होगा कि क्या अपने मुंह से आरही आवाजो का कोई मतलब नहीं हैं. अपका उद्देश्य बिना शर्मिंदा महसूस हुए अजीब आवाजे बनाने में सक्षम होना है.

यह जान कर आश्चर्य होगा कि अगर आप शारीरिक रूप से किसी भी एक मानव भाषा में बात कर सकते हैं, तो आप शारीरिक रूप से किसी भी भाषा में आवाजे बनाने सक्षम हो सकते है.

आप सोचते है कि उच्चारण करने मे कोई बाधा है यह केवल मनोवैज्ञानिक है बजाय की शारीरिक होने के. इस प्रकार आप ध्यान दीजिए एक भाषा सीखने के मनोविज्ञान मे, इस पद्धति के रूप में.

13. एक बडी शब्दावली के लिए लक्ष्य न करें:

याद रखें कि प्रवाह संकेत नहीं है आपकी पहली भाषा के बराबर के स्तर की समझ और कौशल का. प्रवाह का मतलब है काम करने की, संवाद करने का, या सामाजिक रूप से एक भाषा में बातचीत करने की क्षमता का. तीन महीने के अंत तक अपका लक्ष्य केवल तीन सौ शब्दों की शब्दावली का होना चाहिए, लेकिन शब्द वह होने चाहिए जीनको आप हर दिन के संदर्भ में उपयोग कर सकते है आप क्या चाहते हैं और आप अपने विचारों को समझा सकते हो. आप एक काम चलाउ प्रवाह चाहते हैं, बजाय कि एक बड़ी लेकिन अजीब शब्दावली.

14. अधिकतम पांच , न्यूनतम एक शब्द प्रतिदिन:

अपने आप के लिए एक लक्ष्य निर्धारित करें नब्बे दिन के लिए कम से कम एक शब्द हर एक दिन सीखने का. आपको एक भी दिन नहीं छोड़ना चाहिए. आप के पास प्रत्येक दिन के न्यूनतम पाँच मिनट अपनी नई भाषा के लिए होने चाहिए, यह बहुत कठिन नहीं लगता है. महत्वपूर्ण बाधा है कि अपने लक्ष्य को नहीं भूलना और एक भी दिन नए शब्द सीखे बिना नहीं जाना चाहिए.

किसी भी दिन शब्दों को जानने के लिए की ऊपरी सीमा पांच होनी चाहिए. आपको पहले शब्दावली की लंबी सूची जानने का प्रलोभन हो सकता है, लेकिन सहजता से काम लीजिए. जैसेकि यह तीन महीने के लिए जारी रहेगा, आपको इतनी उत्सुक नहीं रह सकती है, उन दिनो आपको यह सुनिश्चित करना है कि कम से कम एक शब्द हर दिन सीखना है.

15. शब्दावली चुनें जिसको आप तुरंत उपयोग कर सकते है:

जब आप पहली बार बात करना सीखा था, आपने वह शब्द सीखा जो लाभदायक थे, आपने उन्हें इस्तेमाल करने के लिए सीखा, नाकि उन्हें याद करने के लिए.

प्रत्येक दिन सीखने के लिए एक शब्द चुनें इस अनुसार कि आप उस समय पर क्या कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, आप प्यासे हो सकता है, तो अपका लक्ष्य है यह शब्द सीखना, "मैं पानी चाहता हूँ." यह चार शब्द है. आप प्रति दिन के अधिकतम पाँच शब्दों सीख सकते है. यह खोज कर कि कैसे कहना है "मुझे पानी दे. " अगले दिन, आप मेज पर हो और नमक की जरूरत महसूस हो सकती है. अच्छा है! आपको पहले से ही छह शब्दों का पता है: "दे, मुझे, मैं, पानी, चाहता, हूँ". जो आपको पहले से पता है उनका प्रयोग करें, और सीखे कैसे कहने है, "मैं नमक चाहता हूँ," और "मुझे नमक दे."

याद रखें, दूसरे दिन पर, आपने केवल एक ही शब्द सीखा है, लेकिन आपने यह शब्द है पहले से ही पता शब्दो के साथ प्रयोग के संदर्भ में सीखा है.

अभ्यास करे शब्दों और वाक्यांशों को आपने पिछले दिनों में सीखा है. उन्हें मत भूले. जब आप एक नये शब्द का चयन करे तो प्रवाह के लक्ष्य को हमेशा ध्यान में रखें. उनका इस्तेमाल करने और उन्हे उपयोग मे लाना सीखे.

16. बुनियादी दैनिक शब्दावली:

कभी कभी एक नाम याद आता है "रसोई शब्दावली," यह 2-300 शब्दों की एक सूची, जोकि हमारी दैनिक बातचीत के अस्सी से नब्बे प्रतिशत उपयोग मे आने वाले शब्द है और सभी पेशेवर और विशेषज्ञ शब्द छोड़कर है जोकि समाज मे सभी से में इस्तेमाल मे नहीं आते है. यदि आप प्रत्येक दिन (अस्तित्व मे) अपने शब्दों को इस तरह से चयन रखे. फिर तीन महीने के अंत तक, अपकी शब्दावली भी उस भाषा के लिए "रसोई शब्दावली" के करीब होगी.

17. अधिकतम 15, न्यूनतम 5 मिनट दैनिक:

एक विषय पर गहन अध्ययन के किसी भी घंटे में, अपकी नब्बे प्रतिशत की एकाग्रता ऊर्जा पहले पांच मिनट में केंद्रित होती है. यदि आप अपने समय का और आपके सीखने की क्षमता का सबसे कुशल उपयोग करना चाहते हैं, तो उस दिन पहले पांच मिनट ही अपनी भाषा सीखने में खर्च करे हैं.

यह आप दूसरी और कभी कभी तीसरी बार उसी दिन बाद में भी कर सकते हैं, अगर आप इसे पसंद करते हैं. आपको हर दिन एक सत्र से अधिक नहीं करना है, यद्यपि आपको इसे प्रत्येक दिन कम से कम पाँच मिनट के लिए एक बार करना चाहिए.

18. एक पुस्तक का उपयोग पढ़ें या रिकार्ड करने के लिए नही करें:

ध्यान रखें कि कैसे आप से बात करना सीखा था. आपने किताब के साथ शुरू नहीं किया था. आपको नहीं पता था कि कैसे पढ़ने है या लिखना है, फिर आप ने उन कौशल का उपयोग नहीं किया बात करना सीखने के लिए. आपको उनकी जरूरत नहीं है अगर आप दूसरी भाषा में धाराप्रवाह चाहते है. पहले तीन महीनों के लिए, पढ़ने और अंकित करना धाराप्रवाह सीखने के लिए एक बाधा हो जाएगी.

आप जो नए शब्द सीखे उन्हे मत लिखे. आप ध्यान केंद्रित करे उन्हें अपने मन में याद रखने के लिए, कागज पर नहीं. यह कुछ इस तरह है कि पहले आपने गुणा या विभाजित करना सीखा और बाद मे कैलकुलेटर पर निर्भर बने एक आधार के रूप में. इस पद्धति मे आपके सीखे हुए शब्दों को लेखने से, उन्हें याद रखने और उन्हें इस्तेमाल कर सकने की क्षमता को कम करता है.

सबसे अच्छी रणनीति है कि पहले तीन महीनों तक इंतजार करना है उसके बाद ही नई भाषा में लेखे या पढे. उस समय, आप कुछ रमणीय और मनोरंजक तथ्य भी खोजेगे, जैसा की अंग्रेजी में जब आपने लिखना सीखा और खोज कि आप जिसे " खेब" सोचते था, वह "सेब." निकला. ईन चीजों का पहले तीन महीने मे कोई प्रभाव नहीं होगा अपके प्रवाह स्तर पाने मे.

19. व्याकरण के नियमों को मत जानें, उन्हें महसूस है:

जब आप ने बात करना सीखा था (1-2 साल की उम्र में), आप बोलना सीखा की यह कहना सही था कि, "मैं जाता हूँ" और, बोलना सीखा है," वह जाता है. " परीक्षण और त्रुटि द्वारा (अपने से बड़ों से सही करने पर) , आपने सीखा कि यह कहना सही नहीं था, "वह चलते हैं." आप औपचारिक रूप से व्याकरण नियम नहीं सीख रहे थे, लेकिन आपको सही किया जा रहा था जब तक आप उनका अभ्यास नही हो जाता था.

कई वर्षों बाद में आपने औपचारिक व्याकरण के नियमों को सीखा कि कैसे क्रिया "जाना है" के बारे में ध्यान न देना. आपके व्याकरण सीखा से पहले, यह कहना गलत लगाता था, " चलते हैं." इस विधि में, लक्ष्य भाव को याद करना है, और इसे अन्य किसी भाषा सीखने में सकारात्मक रूप से प्रयोग करना है.

प्रत्येक दिन जैसा ही आप एक नया शब्द जानने, आप तुरंत इस शब्द का उपयोग कई संदर्भों में रूप में करना चाहिए. ऐसा करके, आप अनजाने मे व्याकरण सीखना शुरू कर देंगे. जैसा कि नीचे वर्णित है, आप भूमिका निभाने के सत्र है जिसमें आप कल्पना कर सकते हैं कि आपको "अपने से बड़ों द्वारा सुधारा जा रहा है."

इसलिए,अपने लक्ष्य है, यह जानने के लिए क्या सही लगता है. क्या 'सही लगता है "अच्छा व्याकरण हो जाएगा.

20. याद रखे स्वर का भी अर्थ है:

यूरोपीय भाषाओं में, वाक्यांश, "'तुम' कहाँ जा रहे हो?" की तुलना में, एक अलग अर्थ है "तुम' कहां' जा रहे हो?" (मैं ऊपरी मामला पत्र यहाँ का उपयोग करने के लिए उच्च स्वर जोर से संकेत मिलता है). यूरोपीय भाषाओं में हम टन का उपयोग करके अपने शब्दों के प्रभाव बदलते हैं.

अकान में, इसके विपरीत में, शब्दावली स्वर में एक परिवर्तन के द्वारा बदल सकते हैं. "'को' वो," का अर्थ है "तुम जाओ," जबकि "को 'वो'," का मतलब है "वह चला जाये." अकान में स्वर शब्दावली परिवर्तन करता है. जो भाषा आप इस विधि से जानने के लिए चुनते हैं, स्वर का उपयोग करने के लिए संवेदनशील रहे, और तैयार रहे उन्हें आपनी पहली भाषा की तुलना में अलग तरह से इस्तेमाल के लिए तैयार रहे.

21. आपनी सीमित शब्दावली का कई मायनों में प्रयोग करें:

यद्यपि आप जान - बूझकर में व्याकरण के नियमों को जानने के लिए नहीं जा रहे हैं, देखे की कैसे एक शब्द अलग अलग संदर्भों में बदलता है, जैसे, अंग्रेजी में "जाओ" बदला "जाता है" जब इसके साथ प्रयोग किया जाता है "वह" ; अपका उद्देश्य व्याकरण का उपयोग करना है. जो सही लगता है नियम सीखना नहीं है.

22. तीन से पांच प्रशिक्षक/शिक्षक खोजे:

अपने दिन भर, आप लगभग हर दिन या हर कुछ दिनों मे लोगों से मिलेंगे. वह घर पर, स्कूल में , काम पर, या आप खेलते हुए मिल सकते हैं.आप उन्हें जानेगे और उन्हें अपना दोस्त बनाते है, उनसे पूछे अगर वह स्थानीय भाषा के लिए अपके प्रशिक्षक बंना चाहेगे. आपको लगेगा कि ज्यादातर लोगों को इस बात से खुशी होगी खासकर जब उन्हें पता चलता है, कि यह उनका बहुत ज़्यादा समय नहीं लेता है.

23. तैयार करना प्रशिक्षके/ शिक्षक को:

याद रखें जिन लोग द्वारा आपकी मदद करने की सबसे अधिक संभावना वह आपके सामाजिक स्तर मे बराबर या आश्रित होगे (एक प्रबंधक या पकाना एक उत्कृष्ट पसंद है, अगर उन्होने वह पहली भाषा सीखी है). उन के लिए आपको एक बच्चे के रूप में व्यवहार करना कठिन होगा, तो उन्हें ऐसा नहीं लगने दे . आपने उन्हें नहीं बताना है कि आप क्या सोच रहे हैं , आप उनमें बहुत ही सरल निर्देश देने चाहिए कि वह कैसे आपकी मदद कर सकते हैं .

अपने प्रशिक्षक/ शिक्षक को बताये कि आप उनसे एक दिन मे केवल एक शब्द सिखना चाहते हैं. आप इस बात पर पहली बार में जोर दे उन्हे जोकि आप को पहले दिन एक लंबी सूची सिखाना चाहता है.

24. उन्हें अंतिम फ़ैसला करने दे:

इस पद्धति की विशेषता यह है कि प्रशिक्षक/शिक्षकों को प्रशिक्षित करना अंतिम फ़ैसला देने के लिए. जो नया शब्द आपने जानना है उन्हे वह दोहराना होगा. उन्हे अंतिम फ़ैसला देने के लिए अनुशासन की आवश्यकता है.

जब भी आप एक शब्द जानने, आपको अपने प्रशिक्षक के बाद शब्द को दोहराने की उत्सुकता होगी. अपने आपको इसे बचने के लिए अनुशासीत कीजिए, और अपने प्रशिक्षक प्रशिक्षित करे कि वह हमेशा शब्द(या वाक्य जब वह उस स्तर पर हो) आपके इसे कहने के बाद मे बोले. शुरू मे प्रत्येक प्रशिक्षक को कुछ समय लग सकता है इन मूलभूत नियमो को अमल मे लाने के लिए जोकि आपके अभ्यास के लिए जरूरी है.

25. आप अंतिम फ़ैसला होने बहुत आरामदायक स्थिति है:

यह कुछ परेशान होने की स्थिति हो सकती है कि अपका प्रशिक्षक आप के बाद शब्द कहते हैं. यह शुरु में स्पष्ट नहीं हो सकता है, लेकिन आप मे एक मजबूत इच्छा होगी अपने प्रशिक्षक के बाद शब्दो को कहने की. यदि आप बाद मे शब्द कहते हैं, तो अपका मन सहज महसूस करेंगा, और उसमे समापन और पूरा करने की भावना होगी.

संतोष की भावना से बचे, यह आपको शब्द गंभीरतापूर्वक सीखने मे बाधा करता है. यह पद्धति वास्तव में आपका अंतिम फ़ैसला नहीं होने की असुविधा का फायदा उठाते हैं.

26. सुनिश्चित करे अपका प्रशिक्षक सामाजिक तरीके से आरामदायक है:

सुनिश्चित करें कि आपके प्रशिक्षक को यह संदेह नहीं हो, लेकिन कल्पना करे कि आप एक बच्चे है जिनको अपने बड़े (माता पिता, बहन, पड़ोसी, जो कोई भी आसपास थी जब आप बात करना सीखते थे ) द्वारा सही किया जा रहा है जब वह आपके बाद शब्द या वाक्य को दोहराते है. आप सही जा रहे हैं, लेकिन आपके प्रशिक्षक आपको ठीक करते हुए शर्मिंदा नहीं महसूस करे, क्योंकि वह आपकी "शर्मिंदगी " मे योगदान नहीं करना चाहता आपको ठीक करके.

अपके सब प्रशिक्षक/शिक्षक को यह पता होना जरूरी है की आप चाहते हैं कि वह शब्द या वाक्य को आपके कहने के बाद दोहराया. आपके मन में क्या चल रहा है वह उनकी समस्या या चिंता नहीं है. यह भाषा सीखने का एक मनोवैज्ञानिक विधि है, तो आपके दिमाग में क्या चल रहा है इस विधि का एक अभिन्न हिस्सा है.

27. हँसी का उपयोग करके अपने आप को प्रोत्साहित करें:

एक और चीज जोकि आपको पहले एक समस्या के रूप में लग सकती है, लेकिन मदद कर सकती है, हँसी. कई बार लोग हँसेंगे जब आप उनकी भाषा में बात शुरू करते हैं. आपका पालन - पोशान इस प्रकार हुआ है कि हँसी घृणा का एक संकेत है, और आप उनके चुटकुलों की वस्तु बनना नहीं चाहते है. आप को मजबूर या बाध्य नहीं किया जा राहा है यह विचार रखने के लिए.

जब आप एक बच्चे थे, जो लोग आपसे प्यार करते थे वे हँसते थे क्योंकि वे खुश थे जो कुछ भी आप प्रयास करते थे. कई संस्कृतियों में, हँसी जो आप सुनते है जब आप बात करने की कोशिश करें है खुशी पर आधारीत है, घृणा पर नहीं.

28. आप हँसी की व्याख्या चाहें किसी भी रूप में कर सकते हैं:

क्योकि आप यह मानने के लिए बाध्य नहीं हैं कि लोगों आप पर हँसते हैं जब आप बोलते है, अपने आप को कहे (एक सकारात्मक प्रतिज्ञान आत्मसम्मान में सुधार करता है) कि आपने जो हंसी सुनी थी वह आपसे प्यार करता है और खुश है आपके यह भाषा सीखने के प्रयास से.

पहले - पहल आप इस पर विश्वास नहीं करेगे, जब आप अपने आप को बतायेगे कि हँसी प्रोत्साहन है. कोई बात नहीं है, यह कहते रहे, जैसा कि आप इसे दोहराते रहेगे यह आप के लिए सच हो जायेगा.

29. जब आप एक दिन मे एक शब्द जाना भूल जाओ:

आप क्या करते हो अगर एक दिन आप वापस देखोगे और खोजोगे कि एक दिन चला गया और आपने एक भी नया शब्द नहीं सीखा था?

इस पद्धति मामूली भावनात्मक उदासी का कारण बन सकती है. यह मुश्किल होता है जब आप एक वयस्क हो और हर दिन आपको सही किया जाये, यद्यपि जो आपकी मदद कर रहे है वह नहीं जानते कि आपको कैसा लगता है जब आपको सही किया जा रहा है.

जैसा कि ए.ए. में, याद रखे: "एक दिन मे एक समय." आपका कल वापस नहीं लौट सकता है. अपने आप के साथ सहमत हो कि आप आज में जी रहे हैं, और बस एक शब्द आज के लिए जान सकते हैं.

30. अपकी भावनात्मक स्थिति इस विधि का एक हिस्सा है:

एक सामान्य दिन के दोरान, अपकी भावनाओं मे उतार और चडाव हो सकता हैं. जब आप इस विधि के द्वारा सीख रहे हैं, तो आपकी औसत एक सुखद रेखा से थोड़ा नीचे हो सकती है. याद रखें कि आप ऊपर जा रहा है और लगातार सुधार की स्थिति मे है, आप उस प्रक्रिया से अनजाने मे उदास हो सकते हैं. अपका अचेतन मन एक दिन में एक बार मे एक शब्द को सीखना भूलकर इस मामूली उदासी को निपटने की कोशिश करता है जोकि इस विधि का एक अभिन्न हिस्सा है.

जब आपको पता चलता है कि आप कल एक शब्द सीखना भूल गये, तो आपको पता चलता है कि तरीका काम कर रहा है. जो लोग शराबी की अस्वस्थता से ठीक हो रहे हैं उन से एक सुझाव ले सकते है बेनामी: तुम कल मे वापस नहीं जा सकते और उसे बदल सकते हो, बस आज के साथ शुरू करे, आज एक नया शब्द जानने.

31. तुम तीन महीने के बाद क्या करोगे?

तीन महीने जोकि तुम अपने आप को इस विधि की कोशिश करने के लिए स्थापित किये है वह आप की उम्मीद से अधिक तेजी से जाएगा. अतःह अंत में, आप के पास प्रवाह है, और एक विधि है जिसके द्वारा आपको लगता है कि आप प्रवाह पर निर्माण कर सकते हैं, और भाषा में ही बोल कर पूछने की क्षमता कि आप अपनी शब्दावली को किस पृकार बढ़ा सकते हैं. आप यह भी पायंगे कि अपके कुछ सपनों भी नई भाषा में ही होगे.

आप तीन महीने के बाद क्या करते हैं? आप पूर्वकथित तरीके से जारी रखना चाहते हो, और अपने काम की शब्दावली का निर्माण धीरे धीरे करना चाहते हो. या आप पहले से ही पता शब्दों को आप अब पढ़ने और लिखने की कोशिश करने के लिए तैयार हो.

यह आप पर निर्भर है.

स्था कोर.

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© कॉपीराइट: १९६७, १९८७, २००७ फिल बारत्ले
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खरी बदलाव: २०११.०४.२७

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