मुख्य पृष्ठ को वापस
 निरीक्षण




अनुवाद:

Català
中文 / Zhōngwén
English
Español
Filipino/Tagalog
Français
Ελληνικά / Elliniká
हिन्दी / Hindī
Italiano
Português
Română
اردو / Urdu

                                        

अन्य पृष:

मॉड्यूल

साइट मानचित्र

संकेत शब्द

संपर्क

उपयोगिता दस्तावेज़

उपयोगिता लिंक


परियोजना निरीक्षण में सहभागिता

हिस्सेदारों की भूमिकाएँ

के द्वारा फिल बार्टले, पीएच.डी.

अनुवादक निर्मला रामकृष्णन


प्रशिक्षण पुस्तिका

परियोजना के सभी हिस्सेदारों को यह जानना ज़रूरी है कि सभी कार्य कैसे संपन्न हो रहे हैं

निरीक्षण प्रबंधन और कार्यान्वयन की एक अत्यावश्यक भूमिका है जिसे सिर्फ़ एक हिस्सेदार की ज़िम्मेदारी नही बनाई जा सकती है.

परियोजना से संबंधित जितने भी व्यक्ति एवं संस्थाएँ हैं, उन सभी को हर स्तर पर निरीक्षण में सहभागी होना चाहिए. समाज की सहभागिता और सहभागी प्रबंधन की तरह ही निरीक्षण में सहभागिता स्वाभाविक रूप से नहीं होता है. जिन व्यक्तियों से आप परियोजना के निरीक्षण में भाग लेने की उम्मीद रखते हैं, उन्हें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित और प्रशिक्षित करना आवश्यक है.

सहभागिता के लाभ:

निरीक्षण में सहभागिता के कई लाभ हैं: (1) एक सार्वजनिक प्रवृत्ति (2) उत्तरदायित्व बढ़ना (3) बहतर निर्णय (4) कार्य-संपादन में सुधार (5) योजना में सुधार, और(6) अधिक जानकारी.

ऐक्य रूप में समस्याओं की समझ और उनके समाधान की पहचान: सहभागी निरीक्षण हिस्सेदारों में, परियोजना और समाज के समस्याओं (उनके कारण, जटिलता, प्रभाव और निहितार्थ) की, एक सहभाजित समझ बनाने में मदद करती है.

इससे समस्याओं के समाधान को पहचानने में मदद मिलती है. इन समाधानों का उचित होने की ज़्यादा संभावना हैं क्योंकि यह समूह के सहभागिता के साथ वर्तमान कालिक परिस्थिति से प्राप्त हुए हैं.

लक्ष्य समूह को लाभ पहुँचता है और उत्तरदायित्व बढ़ता है: निरीक्षण में सहभागिता द्वारा यह निश्चित होता है कि जिन लोगों के लिए परियोजना चलाया जा रहा हो उन्हीं को परियोजना के लाब पहुँच रहे हैं.

यह लोगों में उनके अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाता है जिससे वे परियोजना में सहभागी होकर परियोजना के संसाधनों के दुरुपयोग ना होने हेतु सचेत रहते हैं. इससे परियोजना के कर्च को कम किया जा सकता है क्योंकि उसके सभी संसाधनों का सही उपयोग किया जा रहा है.

उचित निर्णय लेना: निरीक्षण, प्रबंधन निर्णय लेने के लिए ज़रूरी जानकारी, प्रदान करता है.

जब कई लोग निरीक्षण में भाग लेते हैं, इसका मतलब यह है कि उन्होने प्रबंधन जानकारी प्रदान करने और निर्णय लेने में भाग लिया है. ऐसे लिए गये निर्णय, समाज के ज़्यादा से ज़्यादा लोगों के लिए, प्रासंगिक और स्वीकार्य होने की संभावना रकते हैं. इससे परियोजना के कार्यान्वयन के लिए ज़रूरी मानव और संसाधन को तैयार करना आसान हो जाता है.

निरीक्षण के दौरान कार्य संपादन में सुधार, अगर यह पता लगता है कि कार्य में कोई विचलन हो रहा है, तब इसके लिए हाल निकाला जा सकता है. यह समझने के लिए कि कौन से निर्णय कार्यान्वयन किए जाने के लिए उचित हैं, यह अनिवार्य है कि जो लोग कार्यान्वयन करने वाले हैं, वे इस खोज में भी भाग लें.

अतः निरीक्षण में सहभागिता से परियोजना के कार्य संपादन को बहतर करने में मदद मिलती है.

परियोजना की योजना या प्रारूप: परियोजना के निरीक्षण द्वारा प्राप्त किए हुए जानकारी की सहायता से उस इलाक़े के और परियोजनाओं की योजना को और स्वीकार्य बनाया जा सकता है.

इससे सीखे गये पाठ को अन्य समान परियोजनाएँ बनाने में उपयोग किया जा सकता है.

जानकारी इकठ्ठा करना: अगर कई लोग निरीक्षण में भाग लें तो सही जानकारी प्राप्त करने की ज़्यादा संभावना है, क्योंकि जो जानकारी एक व्यक्ति ने छोड़ दी है, वह कोई और इकठ्ठा कर सकता है.

परियोजना के विविध पहलुओं को हर एक हिस्सेदार अलग अलग तरीकों द्वारा महत्व देते हैं. इसके अलावा, कोई भी ग़लत जानकारी नहीं देते हैं क्योंकि सभी यह जानते हैं की उनके दिए गये जानकारी की कोई और जाँच करेगा.

निरीक्षण में सहभागिता की चुनौतियाँ:

निरीक्षण में सहभागिता के इतने गुण होने के साथ साथ कई चुनौतियाँ होने की संभावना भी है. इनमें यह शामिल हैं: (1) अधिक खर्चा (2) जानकरी में भिन्नता , और (3) गलतियाँ.

उच्च प्रारंभिक खर्चे: निरीक्षण में सहभागिता के लिए कई संसाधन की आवश्यकता है (उदाहरण के लिए, समय, यातायात और कार्य के अनुसार वेतन). यह प्रक्रिया सामूहिक स्तर पर समाज सेवक के स्वयंसेवी भावना पर और जिला और राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक संसाधन पर भार डालता है. इसलिए यह अनिवार्य है कि यह सरल हो और अत्यावश्यक तत्वों पर केंद्रित हो.

जानकारी में अधिकता एर भिन्नता: निरीक्षण में विविध प्रकार की जानकारी को इकठ्ठा करके, दस्तावेज़ तैयार करके उसको बाँटा जाता है. इसके लिए कई योग्यताएं ज़रूरी हैं जो समाज में कम मिलती हैं. अतः यह क्षमता बढ़ाने के लिए अधिक समय और संसाधन की ज़रूरत है. इसके अलावा इससे ग़लत जानकारी देने का ख़तरा भी है.

जानकरी में गलतियाँ : कभी कभी कुछ हिस्सेदार परियोजना के कार्य और परिणाम को बहतर दिखाने के लिए, या समाज या परियोजना में भिन्नताओं की वजह से, जानबूझा कर, ग़लत जानकारी प्रदान करते हैं. ग़लत विवरण को पहचानने और रोकने के लिए संवेदनशीलता और मतैक्य की आवश्यकता है, जिसे पाना मुश्किल है.

यह निश्चित है कि निरीक्षण में सहभागिता के गुण उसकी चुनौतियों से कई अधिक हैं. इसलिए यह ज़रूरी है कि सहभागिता के लिए प्रोत्साहन और समर्थन दिया जाए और इसके साथ साथ चुनौतियों को रोकने के उपाय निकालें जाएँ.

––»«––

सामूहिक परियोजना स्थान का दर्शन:


सामूहिक परियोजना स्थान का दर्शन

© कॉपीराइट १९६७, १९८७, २००७ फिल बार्टले
वेबडिजाईनर लुर्ड्स सदा
––»«––
आखरी अपडेट: २०.०७.२०११

 मुख्य पृष्ट

 निरीक्षण और मूल्यांकन