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Català |
समुदायिक अनुसंधानसमुदाय का सामाजिक ढाचाके द्वारा फिल बार्टले, पीएच.डी.
अनुवादक: मितेष टान्कअन्श का परिचयसमुदाय को सशक्त करने के लिये कौन से सूचको कि जरूरत होती है?परिचय: समुदाय मे काम करने वाले कार्यकर्ता की हैसियत से आप को समुदाय के ढाचे का पता होना चाहिए। समाज कैसे गठित किया गया है? सामज के विभिन्न सन्स्थाए, सामाजिक बनावट और आम प्रक्रियाए, सब माय्ने रखता है। आप मात्र जानकारी के लिए सामाजिक ढाचे मे अनुसन्धान नही कर रहे। आप सशक्तिकरण के लिये कौन सी रणनीती तय करनी है और आप ईसमे कितने खरे उतरते हो वह काफ़ि कुछ समाज के मूलभूत अन्शो की समझ पर निर्भर होता है। आप को अवओलकन से प्राप्त जानकारी को (देखिए सामाजिक अनुसंधान के तरीके, जो इस लेख का पूरक है) इन छः सामाजिक-सांस्कृतिक वर्गो मे विभाजित कर देना चाहिए| (देखिए आयाम) ईन आयामो को हम ईन विषयो के परिचय मे देख चुके है, संस्कृति और समुदाय : प्रौद्यौगिकीय , आर्थिक, राजनैतिक, सांस्थानिक, मूल्यों और वैचारिक| ईन के साथ और दो गैर समाजशास्त्रीय आयाम भी जोडने होन्गे : भौगोलिक और जनसंख्यिकी, यह लेख जानकारी के ईन आठ वर्गो की समीक्षा करता है, और ईन वर्गो मै क्या ढूढना चाहिए उस के सुझाव देता है। यह लेख अपूर्ण है और आप को इस से ज्यादा जानकारी कि जरूरत हो सकती है। इसलिए आप को अपने अवलोकन को ईन आठ वर्गो मे क्रमित करना चाहिए:
समुदाय का भूगोल: समुदाय कहा स्थित है? भूभाग पर्वतीय , पहाड़ी अथवा एकसमान है? क्या वह महासागर, झील या नदी के किनारे है? उधर कि जलवायु कैसी है? ठंडी, गरम, मिश्रित, सूखा या कोहरेदार है? सालभर मे मौसम कैसे बदलता है? कौन सी फसले, पशुपालन, शिकार और/अथवा कृषि उधर के जलवायु और भूभाग के अनुरूप है? वहा क्या साल मै परिभाषित कृषि, फसल कटाई, मछली पकड़ने की अवधि होती है? समुदाय का क्षेत्रफल क्या है? समुदाय के ईलाका कौन सा आकार बनाता है? इसके भूगोल से समुदाय कितना प्रभावित है? उस के अक्षांश , लम्बाई, और अन्य भौगोलिक विशेषताए से कितना निकट है? आसपास के वातावरण के साथ समुदाय का कैसा रिश्ता है? कौन से प्राकृतिक संसाधन समुदाय के पास या निकट है: जंगलों , मत्स्य , खनिजों , मृदा , वन्य जीवन , जल , तेल , अथवा जानवरो। क्या समुदाय ईन संसाधनो का लाभ लेता है क्या? समुदाय अपने ज़िला , प्रदेश और राष्ट्र मै क्या स्थान रखती है? यह भौगोलिक विशेताए समुदाय और उसके स्वनिर्भर होने पर कितना प्रभाव डालता है? समुदाय की जनांकिकी: समुदाय कि जनसंख्या क्या है? उसकी आयु संरचना क्या है? उसका निर्भरता अनुपात कितना है( इस मे नौजवान और पूराने की स्नख्या को काम धन्धे वाले लोगो कि स्नख्या की तुलना कि जाती है)? क्या समुदाय का आयु वितरण समान है? जनसंख्या बढ़ोतरी का दर कितना है? स्त्रि और पुरुष का हर आय वर्ग मै अनुपात क्या है? जनसंख्या कितनी तेजी से बढ या घट रही है? जनसंख्या के बदलाव की दर मै आज कल मे कोई बदलाव आया है क्या? समुदाय का उत्प्रवासन और आप्रवास दर कितना है? कौन से उम्र या लिन्ग के लोगो मे यह ज्यादा देखा जाता है? आबादी के कितने प्रतिशत लोग बाहर से आकर बसे है? समुदाय से कितने लोग बाहर जा कर बसे है लेकिन फिर भि अपने आप को समुदाय का सदस्य मानते है? क्या समुदाय कि कुल जनसंख्या बढ या घट रही है? कितनी तेजी से? कौन से उम्र और लिन्ग मे यह देखा जा रहा है? क्यो? यह जनसंख्यिकी विशेषताए समुदाय और उसके स्वनिर्भर बनने के प्रयास को किस प्रकार से प्रभावित करते है? तकनीकी आयाम : आम तौर से कौन सी तकनीक का ईस्तमाल होता है? यह कोई भी हो सकता है - सामान्य से लेकर जतिल जैसे कि ईक्था करना, शिकार करना, मछलिया पकडना, पशु-पालन, खेती, पशु के मदद से खेती, उद्योग, और औद्योगिक जानकारी। हर समुदाय को ईन सारे चरणो से नही गुजरना पडता। (नये कदम आयेन्गे लेकिन पुराने चरण पूरी तरह से गायब नही होते) संस्कृति और इसके भौतिक परिवेश के बीच आदान प्रदान कैसे होता है? समुदाय की पूँजी क्या है? इस मे रस्ते, विद्युत शक्ति, अस्पताल, जलपूर्ति, शालाए, सफ़ाई सम्मिलित कर सकते हैं| यह पूँजी निजी भी हो सकती है - जैसे कि आड़ , पशु परिवहन , यांत्रिक परिवहन , संचार। खाद्य पदार्थ को कैसे तैयार किया जाता है? उसे किस प्रकार से रखा जाता है? प्राकॄतिक सन्साधनो का उपयोग कैसे किया जाता है? क्या ईन सन्साधनो के उपयोग मे मनुष्य ताकत या पशुबल या किसी यन्त्र कि मदद ली जाती है? इसके उत्पात को क्या बेचा जाता है या निर्यात किया जाता है? अगर ऎसा होता है तो उत्पात का यातायात कैसे होता है? नयी प्रौद्योगिकी का ईस्तमाल चालु करना कितना सरल या कठिन है? प्रौद्योगिकी कितनी तेजी से बदल रही है? समुदाय के पास कौन से सन्चार व्यवस्था उपलब्ध है? कितने निवासी पढना लिखना जानते है? क्या टेलीफोन, मोबाईल, फ़ैक्स, इंटरनेट, रेडियो या टेलिविझन समुदाय मे उपलब्ध है? समुदाय मे कितने लोगो के पास यह सहूलियते है? समुदाय मे प्रौद्योगिकी कितनी हद तक पहुची है? यह प्रौद्योगिकी विशेषताए समुदाय और उसके स्वनिर्भार होने को किस प्रकार से प्रभावित करते है? आर्थिक आयाम : धन को आबंटित करने के लिए क्या सामाजिक यंत्र निर्माण किये गये है? ईन मे आप यह भी शामिल कर सकते हो - रिश्तेदारो आभार बाध्यताएँ, भेंटों, सांप्रदायिक पुनर्वितरण, विनिमय, आर्थिक व्यापार, प्लास्टिक और ईलेक्ट्रॉनिक व्यापार। कौन से धन के किस्म एक प्रणाली ( उदाहरण विवाह साझेदार ) द्वारा किंतु अन्य ( उदाहरण के माध्यम से धन ) द्वारा नियत नही किया जा सकता है| कितनी मात्रा मे मुद्रीकरण होता है? खेती या मत्स्य उत्पादों को सीधा बेचा जाता है या फिर तुरन्त उपभोग किया जाता है? इसका अनुपात क्या है? कितनी धन-राशि सांप्रदायिक निधि के लिए उपलब्ध हो सकता है? इसके लिये कौन से स्त्रोत है? ईन मे आप बाहर रहने वाले अमीर समुदाय वाले, स्थानिक कारखानों, व्यापारिक सन्सथान, नक़दी फ़सल किसानों और मछीमार के दान करने कि उम्मीद कर सकते हो। क्या यह समुदाय ग्रामीण है या फ़िर इसे शहरी कहा जाना चाहिए। क्या उधार उपलब्ध होता है? समुदाय मे क्या कोई बचत घूर्णन सन्सथाए, वेतन दुकानों, बैकों, उधार संघे, न्यास संगठन, शेर दलाल है कया? जनसंख्या के कितने अनुपात को ईन सुविधाऔ का उपयोग कर सकते है? समुदाय कि आर्थिक ढाचे का विवरण प्राप्त होना चाहिए। यह आर्थिक विशेताए समुदाय और उसके स्वनिर्भर होने मे कितनी मदद करती है? राजनीतिक आयाम : समुदाय मे कौन से लोगो के पास ताकत होती है और कौन से लोग समुदाय को प्रभावित करते है? ईन मे पारंपरिक (उत्तराधिकार, पारिवारिक), लोकतांत्रिक (मत दे कर, प्रतिनिधि से मत देने का) या सन्गथन की ताकत (संघ, युनियन) या प्रभावशाली व्यक्तिव्य भि शामिल हो सकते है? जो राजनिति मे नही होते, वैसे लोग का समाज पर कितना प्रभाव होता है? ईन मे धार्मिक नेता, शिक्षण क्षेत्र के लोग, वरिष्ठ सरकारी अफ़सर, स्वास्थ्य क्षेत्र के लोग, प्रभावशाली गुट के लोग, रईस व्यक्तियों भी शामिल हो सकते है। समुदाय पर राजनीतिक ताकत के बिना कितना प्रभाव डाला जा सकता है? पारम्परिक राजनीतिक ढाचा कितना प्रभावशाली है? कौन से बाह्य पहलू महत्वपूर्ण है? इस मे राष्ट्रिय राजनितिक दल, प्रभावशाली सदस्य जो ज्यादा दिलजस्पी नही लेते, और आप कि नजर मे अगर कोई हो, वह शामिल हो सकते है। समुदाय का कुल मिला कर राजनीतिक ढाचा कैसा है? य़ह सारे राजनितिक और ताकत के शक्ति बिन्दू समुदाय और उसके स्वनिर्भर होने को कैसे प्रभावित करते है? सामाजिक/सांस्थानिक आयाम : समुदाय मे किस प्रकार के आदान प्रदान होते है? परिवार और खून के रिश्तो को कितनी अहमियत दी जाती है? क्या यह पारम्परिक या राष्ट्रिय सरकार के साथ काम करती है या फिर दोनो के साथ थोडा थोडा काम करती है? समुदाय मै कौन कौन से (गैर-लाभ, व्यापारिक, सरकारी) सन्गथन है? कौन से क्लब, राजनीतिक दल, जातीय और अन्य संगठन समुदाय के सामाजिक संगठन का अभिन्न हिस्सा है? नागरिक भागीदारी कितनी और किस प्रकार कि होती है? क्या गुटो के बिच मे इस के प्रतिस्पर्धा होती है? इन गुटो के बीच का संघर्ष कम करने कि कितनी गुन्जाईस है? पहले जो कार्य राजाशाही से होते थे वह किस हद तक आधुनिक और गैर परिवार के संगठनों सम्भाल रहे है? सामाजिक संस्थाओं के गथन से सामाजिक संपर्क मे कितना बदलाव आया है? स्वयं सहायता परियोजनाओं के लिए समुदायिक संस्थाओं बनाने और बढाने कि क्या क्षमता नजर आती है? इस समुदाय का समग्र सामाजिक और संपर्क प्रणाली कैसी है? यह सारे समाजशास्त्रीय पहलू समुदाय और उसके स्वनिर्भर होने कि क्षमता को कितना प्रभावित करते है? सैद्धांतिक/मूल्य आयाम : समुदाय कौन से मूल्यो पर आधारित है (सही, गलत, सुंदर, कुरूप , अच्छा , खराब)? क्या सारे गुट इन मूल्यो को ईतना हि मह्त्व देता है? कौन से राजनैतिक मूल्यो पर समुदाय मे सहमता है? राजनैतिक मूल्यो मे कौन से प्रमुख अन्तर है? कौन से धार्मिक मूल्यो मे समुदाय का विश्वास है। कितने समुदायिक मूल्य धर्म पर निर्धारित है? कौन से मूल्य स्वयंसेवी संगठन के गथन कि प्रक्रिया को प्रभावित करेगी? मुख्य तौर से समुदाय का सैद्धांतिक या मूल्य का ढाचा कैसा है? यह समुदाय और उसके स्वनिर्भर होने कि क्षमता को कैसे प्रभावित करते है? वैचारिक/वैश्विक आयाम : समुदाय के सदस्य श्रुति को किस नझरिये से देखते है? वह बीमारी और दुर्भाग्य के कारण किस तरह समझाते है? उनकी क्या मान्यताए है? कितनी हद तक यह मान्यताए के लिए समुदाय मे सहमति है? कौन से वैश्विक धर्म के अनुयायी समुदाय मे है? समुदाय मे कितने लोग पारम्परिक धार्मिक मान्यताए मे विश्वास करते है? समुदाय नये विचारो के प्रति क्या रूख रखता है? समुदाय मे कितने लोग किसी औपचारिक धार्मिक संगठन के सदस्य के रूप में स्वयं को देखते है? कुल मिलाकर समुदाय का वैचारिक/वैश्विक ढाचा कैसा है? यह समुदाय और उसके स्वनिर्भर होने की क्षमता को कितना प्रभावित करते है? निष्कर्ष: कार्यकर्ता या ज़िला संघटन कार्यक्रम के प्रबंधक होने के नाते आप के लिए समुदाय का सामाजिक ढाचा समझना अनिवार्य है। भले हि सामाजिक ढाचा अपने आप मे बेहद दिलचस्य और सामान्य समाज शास्त्रीय और नृशास्त्रीय का अभिन्न अन्ग है, लेकिन आप की रूचि ज्यादातर प्रायोगिक है| इन सारे सामाजिक तत्त्व, जो हर समुदाय के लिए भिन्न होते है, के लिए आप को समुदाय पर पडने वाले प्रभाव का अन्दाजा होना चाहिए। उसी से आप सबसे प्रभावशाली रणनीति बना सकते है और उसके सफ़लता का अन्दाजा लगा सकते है। इन सामाजिक संकेतकों के अवलोकन आवश्यक है ईस समुदायिक अधिकारिता कार्यक्रम के प्रबंधन के लिए| अर्थात हर कार्यकर्ता का अहम का इसकी सफ़लता मे अहम भूमिका होगी।ईसलिए सारी जानकारी को सम्भाल कर रखना चाहिए जिस से वह आसानी से प्राप्त कि जा सकती है। ईस लिए सूचना प्रबन्धन प्रणाली(एम आई एस) का उपयोग करना चाहिए| ––»«––समुदाय का सामाजिक ढाचा क्या है? © कॉपीराइट १९६७, १९८७, २००७ फिल बार्टले
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